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New Talent / नव प्रतिभा
Read New Talent's Creation in this category, sumitted by different Talents. |
बिदाईको पिडा
Published : October 17, 2016 | Author : सामुयल सुनुवार "साम" | Unrated |
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आउने शब्दले हर्ष र खुशी
जाने शब्दले दु:ख र पीडा
बिदाईको बेला
कस्को पो आँसु नझर्ला ?
नभेटे नदेखे सम्म पो को हो को ?
देखे भेटे पछि एक अर्का आफ्नो
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म बन्दुक
Published : August 14, 2015 | Author : जुनु राना | Rating :     |
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न बाध्यता हो मेरो
म बन्दुक
अफ्नो इच्छाले
म कहाँ पडकन्छु र !
बाध्यतामा चल्नु
मेरो बाध्यता हो
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नटुङ्गिएको मेरो यात्रा
Published : May 01, 2012 | Author : पवित्रा राई | Unrated |
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कति रेटें तार सारंगीको मादलुको तालमा बजेन
कति रचें गीतहरू संगीतको भाकै बुझिएन,
कति सुनें मुरली धुनहरू अर्थ बुझिएन
कति दुख्यो घाउहरू मलम लाउन सकिन,
बाल्न खोजें बक्तिहरू दियो भेट्न सकिएन
धेरै धाएं मन्दिरहरू पुज्ने देउता चिनीएन,
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अन्तै डेरा सार्ने पो हौकी
Published : July 19, 2011 | Author : गनेश मगर | Rating :     |
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आँखा भित्र लुकाई राख्छु तिमीलाई
आँखा भित्रि लुकाई राख्छु तिमीलाई
मेरो नयन रसिएर
आँसु बनि खस्ने पो हौकी
मुटु भित्र लुकाई राख्छु तिमीलाई
माया मेरो थोरै भो भनेर
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नयाँ बर्ष केही लिएर आउ
Published : April 24, 2011 | Author : गुरूङ एस | Unrated |
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प्रत्येक नेपालीको मन मनमा नयाँ उमंग लिएर आउ
नेता अनि सभासदहरूलाई मात्र हैन
३ करोड नेपालीलाई पनि समृद्धि लिएर आउ,
देशनै तहस नहस हुने घुसखोरीहरूलाई मात्र हैन
सोझा गरिव इमान्दार निमुखालाई पनि राहत लिएर आउ
कानुन हातमा लिएर प्रशासन चलाउनेहरूलाई मात्र हैन
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साना भएर के भो
Published : December 07, 2010 | Author : सन्जिला गुरुङ | Rating :     |
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साना भएर के भो त
मन भित्र युवा जोस छ
कलिला छौ त के हुन्छ
अदम्य साहास छँदैछ
चाहे हिमालमै लैजाउ
चाहे सागरमै डुबाउ
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आमा
Published : December 04, 2010 | Author : निङ्वा शक्ति मादेन | Rating :     |
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आमाको माया मिठो र पवित्र हुन्छ
तेहि भएर आमालाई सताउँनु हुदैँन
कहीले काँहि आमाको प्रेम गाली र र्अति साह्रो हुन्छ
तर आमाको प्रेम र उपदेश मिठो र ज्ञानर्वद्घक हुन्छ ।
आमालेनै हामीलाई जन्माउँनु भयो
फोहर मैलाबाट बचाउँनु भयो
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A NOVICE DAY
Published : October 31, 2010 | Author : प्रबुद्ध सुनुवार | Rating :     |
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Today I had a problem
when I tried to make my bed.
My blankets and my comforter
got wrapped around my head.
I went to fluff the pillows
but the pillow cover tore
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सान्त्वना दिन्छौ किन मलाई
Published : March 02, 2010 | Author : Shusila Thulung | Rating :     |
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जानेर तिमी गल्ति गर्यौ
भूल भनेर फेरि अन्जानी बन्यौ
सात्वना दिन्छौ किन मलाई धोका दिएर
जिएको छु म टुक्रा-टुक्रा मुटु सिएर
हाँस्न खोज्छु अडकिन्छन् गला
फुतकिएनन् कहिले खित्काहरू
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अस्तित्व
Published : November 07, 2009 | Author : Umeera Gurung | Rating :     |
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रुनुको अस्तित्व नै के छ र यहाँ
जब आँसुको मुल्य बुझ्ने नै कोही छैन भने
हाँस्नुको अस्तित्व नै के छ र यहाँ
जब तिमी नै पराई भै सकेको छौ भने
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दु:ख, पिडा र मर्म बुझ्ने थोरै
Published : November 07, 2009 | Author : Thule Rai | Rating :     |
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यहाँ नसा पिएर, मान्छे नपिटेको धेरै भएको छ भन्ने ध्वाँसेहरू अनगिन्ति छन्
यहाँ झ्याप भएको झोंकमा, अर्काको च्यापु ताक्दा
अनुहार सिमेन्टमा परेर, आफ्नै दाँत गन्ने भगुवाहरू पनि अनगिन्ति छन्
अर्काले पैसा तिरेको जाँड, ऊँटले पानी पिए जस्तो पिउने
आफ्नो पाला आउँदा, पैसा बोक्न भुलेछु भनी
सक्कल गायब हुने भिक्षुहरू पनि अनगिन्ति छन्,
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परदेशी पिडा
Published : October 04, 2009 | Author : Hikmat Rai | Rating :     |
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जव देखि परदेशमा ऐश्वर्यको खेति सुने
तव देखि मैले पनि मखमली सपना बुने
उडान भर्यो सपनाले मोती फल्ने देशमा
एक छिन् त हाँसे, नाचें नौलो परिवेशमा
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बनको चरी कराउदा मन रुन्छ
Published : July 20, 2009 | Author : पवित्रा राई | Unrated |
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आमा मलाई के हुन्छ के हुन्छ
बनको चरी कराउदा मन रुन्छ
रानी वनमा न्याउली चरी रोई रन्छ
सम्झेर ल्याछु आमा विरह त्यसै चलिदिन्छ
भिरालो पहरामा सुनखरी फुल्छ नटिपी नै ओईलिन्छ
वर्तमानलाई धोका दिंदै आमा भुतकाल त्यसै रोईदिन्छ
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चाँडै भगाएथेँ
Published : June 26, 2009 | Author : बिष्णुनन्द चाम्लिङ | Rating :     |
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तिमी साह्रै लजाउदा म केही धकाएथेँ सानु
लजालु ति मुहार हेर्दै हात समाएथेँ सानु
मनको कुरा भन्न तिम्लाई कति गाह्रो भा' थियो
तर मेरा चाहाहरू सबै बताएथेँ सानु
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तिम्रो जलन
Published : May 28, 2009 | Author : गिता राई | Rating :     |
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श्वास-प्रश्वास बन्द नै हुने
नाकैमा गन्ध-दुर्गन्ध आइरहेछ
तर पनि मेरो मनमा मीठो
यसै खास आभास भैरहेछ
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रुनुको अस्तित्व नै के छ र यहाँ
जब आँसुको मुल्य बुझ्ने नै कोही छैन भने
हाँस्नुको अस्तित्व नै के छ र यहाँ
जब तिमी नै पराई भै सकेको छौ भने |
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