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Published : August 31, 2011 |
Author : प्रगति राई
Category : Lyrics / गीत/गजल | Views
: 907 | Unrated
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मनकै रहर मरेपछि म त मलामी छु सीसा रै'छ उनको माया फुटी धुलाम्य छु,
कोही मेरो सारथी छ- यस्तो लाग्यो होला तर्न सक्छु सयौं जङ्घार -जस्तो बर्खे खोला हुन्न रै'छ भाग्य सबलाई रोई जलाम्य छु सीसा रै'छ उनको माया फुटी धुलाम्य छु,
म भित्रको अर्को मान्छे मलाई हेरी रुन्छ मेरो आँसु देख्न्ने साक्षी मात्रै एउटा जून छ सपना नै मरेपछि म त मलामी छु सीसा रै'छ उनको माया फुटी धुलाम्य छु । |
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