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Published : December 07, 2010 |
Author : सन्जिला गुरुङ
Category : New Talent / नव प्रतिभा | Views
: 1210 | Rating :     
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सन्जिला गुरुङ (बर्ष १२)
साना भएर के भो त
मन भित्र युवा जोस छ
कलिला छौ त के हुन्छ
अदम्य साहास छँदैछ
चाहे हिमालमै लैजाउ
चाहे सागरमै डुबाउ
सेलिदैन हाम्रो जोश
हराउदैन हाम्रो होश
देखिन्छन् तारा साना
चम्किन्छन् आकाशमा
प्रकृतिलाई सजाउदै
अँध्यारोलाई हटाउदै
....गत नोभेम्वर २१ आइतवार हेवीन्ली पाथ, हङकङले आयोजना गरेको वाल कविता प्रतियोगितामा द्धितिय विजयी घोषित । |
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